गुरुवार को सुबह लगभग साढ़े सात बजे सफदरजंग क्षेत्र में दृश्यता 100 मीटर तक सीमित रही, जबकि पालम केंद्र में यही आंकड़ा 300 मीटर दर्ज हुआ। इस कारण वाहन चालकों को चलने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते शुक्रवार और शनिवार को वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चल सकती है। इसके बाद हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। नए साल की पूर्व संध्या पर तापमान गिरने की भी संभावना जताई गई है, जिससे न्यूनतम तापमान लगभग 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
गुरुवार की सुबह सफदरजंग क्षेत्र में दृश्यता का स्तर लगभग 100 मीटर रहा, जबकि पालम केंद्र में यह 300 मीटर दर्ज किया गया, जिससे वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ गईं। न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। अधिकतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री अधिक, 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूसा केंद्र में अन्य क्षेत्रों की तुलना में न्यूनतम तापमान सबसे कम 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
वायु गुणवत्ता के मामले में, राजधानी में लगातार तीसरे दिन भी हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। गुरुवार को पूरे दिन स्मॉग छाया रहा। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के अनुसार, हवा विभिन्न दिशाओं से चल रही थी, जिसके चलते दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 345 रहा। नेहरु नगर में हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में पाई गई, जबकि बवाना और मुंडका सहित 31 इलाकों में एक्यूआई ‘बेहद खराब’ स्तर पर रहा। एनसीआर में दिल्ली के बाद गुरुग्राम सबसे प्रदूषित क्षेत्र रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अनुमान लगाया है कि शुक्रवार से स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है, जिससे वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में आने की उम्मीद है।
एनसीआर के शहरों का एक्यूआई:
- दिल्ली — 345
- गुरुग्राम — 291
- ग्रेटर नोएडा — 280
- नोएडा — 277
- गाजियाबाद — 267
- फरीदाबाद — 214
अधिकतम एक्यूआई दर्ज करने वाले इलाके:
- नेहरु नगर — 404
- बवाना — 390
- आरके पुरम — 382
- आनंद विहार — 378
- जहांगीरपुरी — 373
- रोहिणी — 371
(आंकड़े सीपीसीबी के अनुसार)